SECL ने वह काम किया जिससे प्राइवेट कम्पनियाँ सीख सकती हैँ..

एसईसीएल ने अगस्त 2025 में 102 आश्रितों को दिए रोजगार
बिलासपुर : सार्वजनिक उपक्रम या कहें सरकारी कम्पनियाँ समाज में भरोसे का प्रतीक क्यों होती हैँ, इसलिए क्योंकि वह सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वहन करती हैँ, उनके लिए व्यावसायिक हित से अधिक सामाजिक व राष्ट्रीय हित होता है. ऐसा ही उदाहरण SECL ने पेश किया है. एसईसीएल कंपनी के दिवंगत कर्मियों के आश्रितों को त्वरित रोजगार उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में अगस्त 2025 माह में कंपनी ने 102 आश्रितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए हैं।
अगस्त माह में सर्वाधिक 21-21 नियुक्तियाँ बैकुंठपुर और चिरमिरी क्षेत्रों में की गईं। वहीं इस वर्ष अप्रैल 2025 से अब तक कुल 182 आश्रितों को नौकरी दी जा चुकी है।
कंपनी द्वारा आश्रितों के प्रकरणों में शीघ्र कार्यवाही करते हुए जल्द से जल्द नियुक्तियाँ सुनिश्चित की जा रही हैं।
कंपनी के मानव संसाधन एवं सतर्कता विभागों के संयुक्त प्रयास से रोजगार प्रक्रिया में विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि आश्रितों को किसी भी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े और उनके प्रकरणों का त्वरित निपटारा हो सके।
एसईसीएल प्रबंधन का कहना है कि आश्रितों के प्रति संवेदनशील रहते हुए त्वरित रोजगार उपलब्ध कराना कंपनी की प्राथमिकताओं में से एक है और भविष्य में भी इस दिशा में प्रयास लगातार जारी रहेंगे।