भारतीयता व सनातन संस्कृति की पहचान है सावन : लक्ष्मी राजवाडे

रायपुर/जया लक्ष्मी की रिपोर्ट : रविवार को छत्तीसगढ़ की महिला बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाडे के आवास पर महिला पत्रकारों के लिए सावन मिलन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान भारतीय संस्कृति में परिवार व नैतिक मूल्य के महत्व को रेखांकित किया. कार्यक्रम में रायपुर की महिला पत्रकारों के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ, जिससे अलग-अलग संस्थाओं में कार्यरत महिला पत्रकारों को परिचय व कुशलक्षेम जानने का अवसर मिला. इस दौरान लक्ष्मी राजवाडे ने कहा, मीडिया में महिलाओं की बढ़ती भूमिका महिला सशक्तिकरण का एक बेहतरीन उदाहरण है. उन्होंने महिला पत्रकारों से कहा, छत्तीसगढ़ में माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने महिलाओं के हित में अनेक जनकल्याणकारी कदम उठाए हैं. एक ओर जहां महतारी वंदन योजना के जरिए छत्तीसगढ़ में महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं. वहीं औद्योगिक विकास नीति में महिलाओं के लिए स्वरोजगार हेतु कई प्रावधान किए गए हैं. चरण पादुका योजना हो का लाभ तेंदुपत्ता श्रमिक व विशेष रूप से इस कार्य में लगी महिलाओं को मिल रहा है. उन्होंने आह्वान किया कि प्रदेश में महिला कल्याण के लिए हो रहे अच्छे कार्यों को मीडिया में स्थान मिले जिससे अन्य माताएं बहनें भी लाभान्वित हों. विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में नारी शक्ति की अहम भूमिका है.
हमारे देश में हमेशा से महिला सशक्तिकरण के आदर्श उदाहरण रहे हैं. स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर परिवार व समाज व्यवस्था में नारी शक्ति अगुआ रही हैं. देवी अहिल्या बाई, रानी लक्ष्मी बाई, रानी चेन्नमा, रानी गायदिलिन्यू से लेकर वर्तमान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मातृशक्ति का ही प्रतीक हैं.
दरअसल, श्रीमती लक्ष्मी राजवाडे ऐसी ही एक नेता हैं जो बदलते भारत में नारी शक्ति व युवा शक्ति की बढ़ती भूमिका को व्यक्त करती हैं. एक सामान्य परिवार से निकलकर राजनीतिक क्षेत्र में उन्होंने जिस प्रकार स्थान अर्जित किया वह महिलाओं व युवा शक्ति को प्रेरित करता है. महिला पत्रकारों के लिए सावन मिलन कार्यक्रम का यह अभिनव आयोजन निश्चित ही प्रेरक है. आइए हम सब भारत के नव निर्माण हेतु भारतीय व सनातन मूल्य को प्राथमिकता देते हुए संस्कारों की ओर लौटें, जिससे एक सक्षम व सशक्त भारत का निर्माण कर सकें.