News

नहीं रह गया कोई ट्रैफिक जाम, अब करिए पूरे मन से महाकुंभ का स्नान

प्रयागराज : आखिरकार महाकुंभ में कई दिनों से लगा ट्रैफिक जाम अब नियंत्रित हो गया है। यूपी और एमपी पुलिस के बेहतरीन कॉर्डिनेशन से यह सब संभव हो गया है। यदि अब आप महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने जा रहे हैं तो यह एकदम सही समय है। दरअसल लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक जाम की लगातार आ रही तस्वीरों पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान लिया। प्रयागराज के ट्रैफिक को ठीक करने के लिए सभी अधिकारियों को ग्राउंड पर एक्टिव रहने का निर्देश दिया। सभी की मॉनिटरिंग की विशेष व्यवस्था की गई थी। अधिकारियों के साथ ही ग्राउंड पर डीएसपी रैंक के 11 अधिकारियों को उतारा गया था। दूसरे जिलों के बॉर्डर पर सेक्टर बनाए गए थे। जो लोग सड़कों पर गाड़ी खड़ी करके चले गए थे, उसे तुरंत हटाया गया। इसके लिए 35 बाइकर्स की टीम तैनात कर दी गई। इनका काम था बैरिकेडिंग की निगरानी करना। जैसे ही कोई श्रद्धालु पुलिस के बैरिकेडिंग वाले एरिया को पार करता था, उसको तत्काल रोका जाता था। जिससे यातायात व्यवस्था सही तरीके से चले। प्रयागराज डीआईजी अजयपाल शर्मा ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीरता से देखा।

यहां तक की जिस दिशा से श्रद्धालुओं का आगमन होता था, उसी घाट पर स्नान’ के फॉर्मूले से करोड़ों श्रद्धालुओं को व्यवस्थित तरीके से स्नान कराया गया। इस फॉर्मूले से अलग-अलग दिशाओं से आने वाले श्रद्धालुओं को उनके आगमन के रास्ते के पास के घाटों पर स्नान कराया गया। इससे संगम के आसपास भीड़ नियंत्रित रही। मेला क्षेत्र को नो-ट्रैफिक जोन घोषित कर दिया गया था। बाहर से आने वाले वाहनों के लिए पार्किंग का इंतजाम किया गया।

श्रद्धालुओं के आसान और सुरक्षित यातायात को देखते हुए नो-व्हीकल जोन लागू किया गया। हां,  इस दौरान जरूरी वस्तुएं, मेडिकल, आकस्मिक सेवाओं वाले वाहनों की आवाजाही होती रही। फूड आइटम, ईंधन, मेडिसिन सामग्री की सप्लाई करने वाले वाहनों को इजाजत थी।

श्रद्धालुओं की भीड़ कंट्रोल करने के लिए शटल बसें चलाई गईं। यहां तक की रास्तों में भी बदलाव किया गया। माघी पूर्णिमा पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में अधिकारियों-कर्मचारियों की तैनाती की गई। संगम पर विशेष सतर्कता बरती गई। श्रद्धालुओं को स्नान के बाद अन्य घाटों पर भेजा गया।

भदोही: हाईवे से अतिक्रमण हटाए, टोल फ्री कराए प्रयागराज ही नहीं, इससे सटे भदोही में भी जाम खत्म किया गया। यहां के SP अभिमन्यु मांगलिक ने बताया- नेशनल हाईवे पर पहले ही अतिक्रमण हटा दिया गया था। हाईवे के किनारे बने ढाबों पर जहां भी वाहनों का दबाव बढ़ता था, उन्हें वहां से आगे के लिए रवाना कर दिया जाता था।

SP ने बताया कि टोल से अच्छा समन्वय था। इससे समय-समय पर जब वाहन अधिक संख्या में पहुंचते थे, तो कुछ घंटे के लिए टोल को फ्री कर दिया जाता था। जहां भी जाम की शिकायत मिलती, तत्काल त्वरित कार्रवाई करते हुए जाम को खुलवाने का काम किया जाता था।

SP ने आगे बताया- मिर्जापुर औराई मार्ग पर पुलिस के लिए चुनौती थी। लेकिन, वहां पर भी विभाग से अच्छा संबंध स्थापित किया गया। ज्यादा देर तक रेलवे फाटक को बंद नहीं किया जाता था। पुलिस बराबर वाहनों को पास कराने में लगी रही।

अभिमन्यु मांगलिक ने बताया- DM के साथ बराबर निगरानी करते हुए जिले को जाम से मुक्त रखा गया। इसका पूरा श्रेय पुलिस प्रशासन की मेहनत और लगन को है। नतीजा यह रहा कि प्रयागराज कुंभ के दौरान भदोही जनपद पूरी तरह जाम की समस्या से दूर रहा।

फतेहपुर: 15 चेक पोस्ट बनाए, भारी वाहनों को रोका फतेहपुर SP धवल जायसवाल ने जिले की सीमा पर पड़ने वाले 15 जगहों पर चेक पोस्ट बनाए। भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया। स्नान के एक दिन पहले से ही कानपुर से प्रयागराज की ओर जाने वाले भारी वाहनों को दूधी कगार के रास्ते उन्नाव से निकाला गया।

फतेहपुर से प्रयागराज जाने वाले वाहनों को हुसैनगंज होते हुए भेजा जा रहा था। फतेहपुर जिले में हाईवे पर 90 किलोमीटर की दूरी पर 14 स्थानों पर PRV की तैनाती की गई। ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। जाम की कोई समस्या नहीं है।

चित्रकूट: 8 होल्डिंग पॉइंट बनाए, फर्स्ट इन फर्स्ट आउट का तरीका अपनाया चित्रकूट मंडल के कमिश्नर अजीत कुमार ने बताया- कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए चित्रकूट में 8 होल्डिंग पॉइंट बनाए गए। इन पॉइंट्स पर श्रद्धालुओं के ठहरने, खाने-पीने और वॉशरूम की व्यवस्था की गई थी।

ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए ‘फर्स्ट इन फर्स्ट आउट’ तरीका अपनाया गया। इसके तहत गाड़ियों को होल्डिंग पॉइंट्स पर उनकी क्षमता के अनुसार कतार में रोका जाता था। प्रयागराज से सिग्नल मिलने पर पहले होल्डिंग पॉइंट को खाली कराकर दूसरे पॉइंट की गाड़ियों को वहां शिफ्ट किया जाता था।

ट्रैफिक को नियंत्रित रखने के लिए ट्रकों का संचालन पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। इस व्यवस्था के माध्यम से श्रद्धालुओं को एक धार्मिक स्थल से दूसरे धार्मिक स्थल तक जाने में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई।

यदि आप रीवा से आ रहे हैं-

प्रयागराज में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ से प्रयागराज पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर रीवा में चार होल्डिंग पॉइंट बनाए गए थे। ये पॉइंट्स फील्ड और बड़े पार्किंग स्थलों में बनाए गए थे। इनकी क्षमता 3 हजार गाड़ियों की थी। होल्डिंग एरिया में रैन बसेरा, शौचालय, खान-पान और मेडिकल टीम की व्यवस्था भी की गई थी। यहां तक की प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला लगातार इन होल्डिंग एरिया में सुविधाओं पर नजर रखे हुए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button