ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 में दिग्गज स्टील उद्मियों ने क्या कहा पढ़िए विस्तार से….
रायपुर : देश में तीसरे सबसे बड़े स्टील उत्पादक राज्य छत्तीसगढ़ में आयोजित ऑल इंडिया स्टील कॉन्क्लेव 2.0 कई मायने में बेहद खास है। सीएम विष्णु देव साय ने जहां इस आयोजन में स्टील इंडस्ट्री के लिए हर तरह की सुविधाएं देने की घोषणा की, वहीं सांसद ब्रजमोहन अग्रवाल ने कहा कि यदि कुछ समस्याएं आती हैं तो उनका समाधान केंद्र के स्तर पर भी होगा।
इससे पूर्व छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय त्रिपाठी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि स्टील इंडस्ट्री के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ ने पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल किया है इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन के साथ ही विभागीय सचिवों का बड़ा योगदान रहा है। इस समय चल रहे ग्लोबल इकानॉमी को वह चुनौती के रुप में लेते है क्योंकि अभी वर्तमान समय में स्टील उद्योग मंदी की दौर से गुजर रहा है लेकिन उन्हें उम्मीद हैं कि 2025 स्टील उद्योग के लिए अच्छा साबित होगा। स्टील उद्योग को गति देने के लिए सभी प्रयासरत है। स्टील उद्योग में छत्तीसगढ़ ने अभी 37 प्रतिशत ग्रोथ किया है और इसे आगे बढ़ाने के लिए वे राज्य व केंद्र सरकार के नियमों पालन करते हुए ग्रोथ करेंगे। इस कॉनक्लेव का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के स्टील उद्योगपतियों का बाहर से आए उद्योगपतियों के साथ दो दिनों तक गहन विचार-विमर्श करना है क्योंकि स्किल डेवलपमेंट के साथ ही पर्यावरण को भी बचाया जा सकें और नई तकनीकों के बारे में जानना है। यह तभी संभव होगा जब हम सभी स्टील उद्योगपति प्रतिबद्ध होकर इस पर कार्य करेंगे। हम सरकार के साथ मिलकर इस ओर कार्य करेंगे तो यह संभव भी है।
AISC 2.0 के चेयरमैन ने कही
आल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 इवेंट के चेयरमैन श्री रमेश अग्रवाल ने कहा कि लास्ट ईयर हमने वादा किया था इससे बेहतर करके दिखाएं और वह वादा आज पूरा होता दिखाई दे रहा है, इस कॉर्निवाल में देश के कोने-कोने से स्टील उद्योगपति आए है लेकिन विदेश से भी कुछ स्टील उद्योगपति इसमें शामिल होने के पहुंचे हुए है। यह स्टील इंडस्ट्री के लिए बहुत बड़ी बात है। इंडियन इंडस्ट्री 1 मिलियन पर आ चुका है और बहुत जल्द ही हम 1.50 मिलियन तक पहुंच जाएंगे। सबसे तेजी से बढ़ते उद्योग में हम देख रहे है कि इसमें चुनौतियां भी हैं और काफी दिनों से यह इंड्रस्टी मंदी के दौर से गुजर रहा है। हम सभी विषयों पर चर्चा कर रहे हैं। केंद्र की योजना है कि 2030 तक स्टील उद्योग 300 मिलियन तक पहुंच सकें और इसके लिए उद्योगति अभी से अपनी तैयारी में जुट गए है। 2024 स्टील इंडस्ट्री के लिए चैलेंजिंग था लेकिन 2025 में हमें फौलादी की तरह कार्य करना होगा तभी में इस इंडस्ट्रीज को बचाएं रख सकते है।
बांके बिहारी अग्रवाल ने किया वोट ऑफ थैंक्स
धन्यवाद ज्ञापित देते हुए छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के महासचिव बांके बिहारी अग्रवाल ने कहा कि लोहा इस्पात के उत्थान के लिए जो नीतियां बनाई गई है उसके लिए वे मुख्यमंत्री और उद्योगमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित करते है। स्टील उद्योग के लोगों को समय-समय पर राज्य की ओर से भरपूर सहयोग मिल रहा है। स्टील इंडस्ट्री अभी कठिन दौर से गुजर रहा है और उन्हें पूरा विश्वास है कि वे नई ऊंचाईयों को जरुर छुएंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, सचिव श्री राहुल भगत, उद्योग सचिव श्री रजत कुमार, ऑल छत्तीसगढ़ स्टील री रोलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री संजय त्रिपाठी, महासचिव श्री बांकेबिहारी अग्रवाल, आल इंडिया स्टील कॉनक्लेव 2.0 इवेंट के चेयरमैन श्री रमेश अग्रवाल, श्री सुभाष अग्रवाल, भिलाई स्टील प्लांट के सीईओ अजॉय कुमार चक्रवर्ती, जिंदल स्टील, टाटा स्टील, एनएमडीसी जैसे बड़ी कंपनियों के उच्चाधिकारी, सीएसआरए के पदाधिकारीगण और स्टील उद्योग से जुड़े उद्योगपति उपस्थित थे।