एनएचएम कर्मचारी आंदोलन को लेकर भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर
भाजपा के सांसद दिखावे के लिये कर्मचारियों के मांग का समर्थन कर रहे हैं और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इनकार
रायपुर : एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन पर सियासी आरोप प्रत्यारोप बढ़ते जा रहे हैँ. पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बेबाक बयान के बाद अब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के तमाम बड़े नेता बिना बुलाए एनएचएम कर्मचारियों के मंच पर जाकर सरकार बनते ही सभी मांगों को तत्काल पूरा करने का वादा किये, मोदी की गारंटी के नाम पर झूठे आश्वासन दिए और अब जब सत्ता में आये पौने दो साल बीत गए, तब वादा याद दिलाने पर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री आंदोलित कर्मचारियों को उनका वेतन काटने और बर्खास्त करने की धमकी दे रहे हैं। भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल तथा भाजपा चुनावी घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष और दुर्ग सांसद विजय बघेल एक तरफ एनएचएम कर्मचारियों के आंदोलन का समर्थन करते हुए यह बयान दे रहे हैं कि इस मुद्दे को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष उठाएंगे, दूसरी तरफ प्रदेश के स्वास्थ मंत्री कर्मचारियों के जायज़ मांगों को लेकर किए जा रहे आंदोलन को बल पूर्वक कुचलने, बर्खास्तगी की कार्यवाही करने की धमकी दे रहे हैं। अपने वादे से मुकरना ही भाजपा का असल राजनैतिक चरित्र है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से के कोने-कोने से आए हजारों एनएचएम कर्मचारी अपने घर परिवार और कार्यस्थल से दूर धरने पर बैठे हैं, बड़ी संख्या में महिलाएं हैं जो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर भरी बरसात में सड़क पर सोने मजबूर हैं, लेकिन यह सरकार उनकी जायज मांगों को अनसुना करके उल्टा उन्हें डरा धमका कर आंदोलन खत्म कराने का कुत्सित प्रयास कर रही है। अस्पतालों में मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। कई जगह स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई है। कम वेतन में भी दिन रात मरीजों की सेवा करने वाले मेहनतकश देवदूतों पर सरकार बर्बरता पूर्वक बर्ताव कर रही है।घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष और सांसद केवल सरकार को चिट्ठी लिख कर ही अपनी जिम्मेदारियां से मुक्त नहीं हो सकते, इस सरकार में अपने ही दल के सांसदों की सुनवाई नहीं है, पिछले 6 माह में भाजपा के ही सांसदों ने अलग अलग विषयों पर साय सरकार को दर्जनों पत्र लिए लेकिन किसी भी मामले में अब तक कोई समाधान नहीं हो पाया है। झूठे वायदे और मोदी की गारंटी के नाम पर की गयी धोखाधड़ी अक्षम्य है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेंद्र वर्मा ने कहा है कि एनएचएम कर्मचारियों की मांग जायज है। एनएचएम कर्मचारियों को 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि का वादा भाजपा ने अपने 2023 के चुनावी घोषणा पत्र में किया था, जॉब की गारंटी, नियमितीकरण, 10 लाख का कैशलेस बीमा, अनुकंपा नियुक्ति का अधिकार, ग्रेड पे का निर्धारण सहित 10 सूत्री मांग का समर्थन भाजपा ने 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले ही किया था, और यह भी वादा किया था कि सरकार बनते ही कर्मचारियों के सभी मांगों को पूरा करेंगे। भाजपा सरकार बताएं कि क्या मोदी की झूठी गारंटी केवल वोट लेने के लिए ही था? तानाशाही रवैया छोड़कर तत्काल एन एच एम कर्मचारियों की मांगों को पूरा करे सरकार।